परमात्मा के नाम सुमिरन से जीव का कल्याण संभव है - म. हरिसंतोषानन्द जी

गाज़ियाबाद । स्थानीय पटेल नगर स्थित माता राजेश्वरी आश्रम पर मानव उत्थान सेवा समिति द्वारा आयोजित महान सत्संग समारोह को सम्बोधित करते हुए सुविख्यात समाजसेवी व उत्तराखंड सरकार में केबिनेट मंत्री श्री सतपाल जी महाराज के आत्मानुभवी महात्मा हरिसंतोषानन्द जी ने कहा कि मानव शरीर बड़े भाग्य से मिलता है । इस शरीर में हम परमात्मा का ज्ञान प्राप्त कर साधना करके अपनी आत्मा का कल्याण कर सके।उन्होंने कहा कि परमात्मा के नाम सुमिरन करने से ही जीव का कल्याण संभव है । 


महात्मा जी ने कहा कि आत्मा अपने कर्मो के कारण शरीर प्राप्त करती है।  उन्होंने कहा कि केवल मानव शरीर से ही मोक्ष मिल सकता है बाकि सभी जोनी भोग जोनी है। उन्होंने कहा इस मानव तन के मिलने पर समय के सद्गुरु कि शरण में जाकर आत्मा के ज्ञान प्राप्त करना चाहिए यही जीवन का ध्येय है। सत्संग समारोह में आश्रम प्रभारी  महात्मा दीपांजलि बाई ने भी अपने विचार रखे। 

कार्यक्रम से पूर्व संत महात्माओं का माल्यापर्ण कर स्वागत करने वालों में मुख्य के. पी. सिंह, कल्याण सिंह, चरण सिंह,  जगदीश कुमार, सुनील कुमार, मदन गोपाल,संतोष शर्मा, संगीता पाल,साथ ही बाईजी की सहयोगी कविता बहन  आदि थे।