गाजियाबाद। यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशांबी गाजियाबाद में 1 मार्च 2021 से बुजुर्गों एवं बीमारी से ग्रसित लोगों के लिए कोविड-19 का टीकाकरण प्रारंभ किया गया।
हॉस्पिटल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ अनुज अग्रवाल ने बताया कि प्रातः 10:00 बजे से यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशांबी गाजियाबाद के न्यू विंग मे भारत सरकार के निर्देशानुसार कोविड-19 टीकाकरण के लिए मरीजों का पंजीकरण एवं टीकाकरण किया गया। कोविड-19 टीकाकरण के द्वितीय चरण में आज 100 लोगों को टीका देने का अभियान चलाया गया।
आज हॉस्पिटल में सबसे पहले 65 वर्षीय श्री विनय कुमार मित्तल जी को टीका लगाया गया।
टीका लगवाने वालों में बड़ी हस्तियां भी शामिल थी। जिनमें केंद्रीय कैबिनेट मिनिस्टर डॉ महेंद्र नाथ पांडेय, गाजियाबाद से राज्यसभा सांसद श्री अनिल अग्रवाल, एडिशनल सॉलिसिटर जनरल संजय जैन, गौर संस समूह के चेयरमैन श्री बी एल गौर एवं उनकी पत्नी, श्री रमेश जुनेजा जो मैनकाइंड फार्मा के चेयरमैन है एवं श्री आरके सीकरी जी जो फेडरेशन ऑफ फार्मा इंटरप्रेरनर के को चेयरमैन है प्रमुख रहे।
60 वर्ष की आयु से ऊपर के लोग बिना किसी डॉक्टर के सर्टिफिकेट के या टीका लगवा सकते हैं। पहचान पत्र के रूप में उन्हें आधार कार्ड या वोटर आईडी कार्ड लेकर के आना है।
45 वर्ष से 59 वर्ष के लोगों के लिए कोमोरबिडिटी सर्टिफिकेट जो कि एक रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर द्वारा जारी किया जाएगा। उसकी आवश्यकता होगी साथ ही पहचान पत्र के रूप में सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त 7 आईडी प्रूफ की आवश्यकता होगी।
हेल्थ केयर वर्कर्स एवं फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए एंप्लॉयमेंट सर्टिफिकेट या ऑफिशियल आईडेंटिटी कार्ड जिस पर फोटो एवं डेट ऑफ बर्थ हो।
यह टीका सरकार द्वारा निर्देशित दरो ₹250 प्रति इंजेक्शन की दर पर लगाया गया।
कोमोरबिडिटी 45 वर्ष से 59 वर्ष के व्यक्तियों के लिए निम्न रूप से निर्धारित की गई है।
1. पिछले 1 वर्ष में यदि अस्पताल में हार्ट फेल की वजह से भर्ती हुए हैं तो।
2. कार्डियक ट्रांसप्लांट हुआ हो या लेफ्ट वेंट्रिकुलर एसिस्ट डिवाइस लगाई गई हो।
3. यदि हृदय का लेफ्ट वेंट्रिकुलर सिस्टोलिक डिस्फंक्शन हो या हृदय का एल वी एफ 40% से कम हो।
४. मध्यम या गंभीर हृदय की वाल्व की बीमारी।
5. जन्म से ह्रदय रोग जो गंभीर पी ए एच या इडियोपेथिक पी ए एच के लक्षण के साथ हो।
6 हृदय की धमनियों की बीमारी जिसमें मरीज की बाईपास सर्जरी या एंजियोप्लास्टी हुई हो अथवा मरीज को हृदयाघात हुआ हो और वह मरीज उच्च रक्तचाप एवं मधुमेह का डॉक्टर से इलाज ले रहा हो।
7. ऐसे मरीज जिनको एनजाइना या हृदय का दर्द रहता हो और साथ ही उनका उच्च रक्तचाप एवं मधुमेह का भी इलाज चल रहा हो।
8. मानसिक पक्षाघात के ऐसे मरीज जिनका सीटी स्कैन या m.r.i. में पक्षाघात का निदान हुआ हो एवं साथ ही उनका उच्च रक्तचाप अथवा मधुमेह का इलाज चल रहा हो।
9. ऐसे मरीज जिन्हें पलमोनरी आर्टरी हाइपरटेंशन की बीमारी हो एवं साथ ही उनका उच्च रक्तचाप अथवा मधुमेह का इलाज चल रहा हो।
10. ऐसे मरीज ने 10 साल से अधिक से उच्च रक्तचाप अथवा मधुमेह का इलाज चल रहा हो।
11. ऐसे मरीज जिनका किडनी ट्रांसप्लांट, लिवर ट्रांसप्लांट, हेमेटोपोेटिक स्टेम सेल ट्रांसप्लांट हो चुका हो अथवा मूवी प्रतीक्षा सूची में हो।
12. ऐसे मरीज जिन्हें किडनी की गंभीर बीमारी हो एवं इंड स्टेज किडनी डिजीज हो और वह डायलिसिस पर हो या उन्हें सीएपीडी हो।
13. ऐसे मरीज ने लंबे समय तक कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स या इम्यूनोसपरेसेंट मेडिसिन दी जा रही हो।
14. ऐसे मरीज जिन्हें डीकंपनसेटेड सिरोसिस हो।
15. ऐसे मरीज जिन्हें पिछले 2 साल में गंभीर रेस्पिरेट्री डिजीज या सांस एवं फेफड़े संबंधी बीमारी की वजह से अस्पताल में भर्ती होना पड़ा हो और जिनका fev1 50% से कम हो।
16. लिंफोमा, ल्यूकेमिया या मायलोमा के मरीज।
17. ऐसे मरीज जिनमें किसी भी प्रकार के सॉलिड कैंसर का निदान 1 जुलाई 2020 या उससे पहले हो चुका है अथवा वे अभी कैंसर का इलाज करा रहे हैं।
18. सिकल सेल डिजीज अथवा बोन मैरो फेलर ,एप्लास्टिक एनीमिया या थैलेसीमिया मेजर बीमारी से ग्रस्त मरीज।
19. प्राइमरी इम्यूनो डिफिशिएंसी डिजीज या एचआईवी इनफेक्शन।
20. ऐसे व्यक्ति जिनको निम्न बीमारियों की वजह से विकलांगता है।
इंटेलेक्चुअल डिसेबिलिटी,मस्कुलर डिस्ट्रॉफी,एसिड अटैक की वजह से फेफड़ों की बीमारी,ऐसे विकलांग व्यक्ति जिन्हें अत्यधिक सहायता की निर्भरता है,कई प्रकार की विकलांगताए जिसमें बहरापन एवं अंधापन भी शामिल है।