शिक्षा में माफियाओं का कब्ज़ा

  एम एम एच कॉलेज में आया हाई कोर्ट का फ़ेसला बड़ा ही अजीब था। कॉलेज में षड्यंत्र रच कर  कॉलेज में एल एल बी की पहले तो सीट को ख़त्म कर दिया और फिर उस पर कछुए की चाल के जैसे धीरे से 200 सीट को समाप्त करना यह दर्शाता है कि कुछ समय बाद फिर ये लोग अगली साल ऐसा हाई ड्रामा रचके इनको भी अगली साल समाप्त कर देंगे । इसके बाद निजि कॉलेज का रुख करना मज़बूरी हो जाता है। निजि कॉलेज में अधिक फ़ीस होती है,उसको गरीब मज़दूर, किसान का बेटा नही दे पाएगा।  इन कारणों  से आजकल शिक्षा धन से संपन्न लोगो की ही रह गयी है। आज मेडिकल में कोई गरीब का बच्चा नही पढ़ पा रहा  है। एम बी बी एस में लाखों की फ़ीस है। शिक्षा में माफियाओं का कब्ज़ा कर लिया है , ऐसे ही धीरे धीरे से सोची समझी साज़िश से पढ़ाई का निजीकरण करके दो रेखा खींच दी है । एक अमीरी की, एक ग़रीबी की जिससे गरीब गरीब रहे और अमीर अमीर रहे। क्यूँकि समानता बस तब ही आ सकती है। जब सभी वर्ग के लोग पढ़ाई करेंगे। 














            विकास सिंह, महरौली,गाज़ियाबाद