नई दिल्ली। राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान पीएम मोदी ने बोलते हुए सबसे पहले सभी सांसदों को धन्यवाद कहा, जिन्होंने राज्यसभा की कार्यवाही को अपना समय दिया। इसके बाद उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति का उद्बोधन आत्मनिर्भर भारत की राह दिखाने वाला रहा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण एक नई उमंग, ऊर्जा और आत्मविश्वास पैदा करने वाला था। पीएम मोदी ने राष्ट्रपति का तहेदिल से आभार व्यक्त किया। सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री अपने संबोधन में कृषि कानूनों को लेकर विपक्षी नेताओं द्वारा उठाए गए सभी चिंताओं और सवालों का जवाब देंगे। संसद के बजट सत्र की शुरुआत के बाद से, विपक्ष ने लगातार कृषि कानूनों पर केंद्र पर हमला किया है।हालांकि, सरकार ने विपक्ष पर कृषि कानूनों को लेकर गुमराह करने का आरोप लगाया है और आरोप लगाया है कि किसानों का विरोध केवल एक राज्य पंजाब में है। सरकार ने यहां तक कहा कि वह संशोधन के लिए तैयार है, लेकिन दावा किया कि कृषि कानूनों में कुछ भी गलत नहीं है।भारत में 'आंदोलनजीवी' नामक एक नया जमाना सामने आया है, जो हर विरोध में मौजूद है। उन्होंने कहा कि देश को उनकी पहचान करने की जरूरत है। हमें देश को नई FDI यानी विदेशी विनाशकारी विचारधारा से बचाने की जरूरत है।पीएम ने किसानों से आंदोलन खत्म करने को कहा है। उन्होंने कहा कि बात करने के लिए तैयार हैं। सभी विकल्प खुले हैं। पीएम ने राज्यसभा में कहा, 'एमएसपी था, एमएसपी है और एमएसपी रहेगा'।एजेंसी
पीएम ने राज्यसभा में कहा, 'एमएसपी था, एमएसपी है और एमएसपी रहेगा