निजी स्कूलों द्वारा बच्चों की बंद की गई ऑन लाइन क्लास को शरू कराने के लिए ज्ञापन

गाजियाबाद  निजी स्कूलों द्वारा बच्चों की बंद की गई ऑन लाइन क्लास को शरू कराने के लिए गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन के साथ अभिभावको ने जिलाधिकारी से मुलाकात कर  ज्ञापन के साथ सौपी ऑन लाइन क्लास से बाधित किये गए बच्चों की लिस्ट जिलाधिकारी ने किया आश्वस्त हर हालत में शरू कराई जाएगी बच्चों की ऑन लाइन क्लास और ऑन लाइन बंद करने वाले स्कूलो पर होगी कड़ी कार्यवाई।  

 एसोसिएशन ने ज्ञापन के माध्य्म से निजी स्कूलों द्वारा बच्चों की बंद की गई ऑन लाइन क्लास की लिस्ट सौपकर  जिलाधिकारी को अवगत कराया कि कोरोना वैश्विक महामारी के कारण पिछले लगभग 9 महीने से जिले के निजी स्कूलों पूर्णतया बंद है।  उसके बाद भी निजी स्कूलों द्वारा अभिभावको से पूरी फीस जमा करने का दबाब बनाया जा रहा है और आर्थिक संकट से जूझ रहे।  अभिभावको द्वारा फीस जमा ना कर पाने की स्थिति में निजी स्कूलों द्वारा बच्चों की ऑनलाइन क्लास बाधित की जा रही है।  प्रदेश सरकार की अपर मुख्य  द्वारा दिनाँक 4 जुलाई 2020 दिए  आदेश में स्पष्ट लिखा है कि फीस जमा ना होने की स्थिति में किसी भी बच्चे का ना तो ऑन लाइन क्लास बाधित की जाएगी और ना ही नाम काटा जाएगा।  उसके बाद भी निजी स्कूलों द्वारा शासन के आदेश की धज्जियां उड़ाते हुये छात्रों / छत्राओं की ऑनलाइन क्लास बंद की जा रही है।  जीपीए ने जिलाधिकारी से कहा कि आप भलीभाँति परिचित है कि पिछले लगभग 9 महीने से छात्रों द्वारा निजी स्कूलों से कोई फिजिकल सुविधा नही ली गई है।  जैसे क्लास रूम स्टडी , पुस्तकालय , लैब , ग्राउंड , ट्रांसपोर्ट , बिजली , पानी आदि निजी स्कूलों द्वारा  छात्रों को केवल आधी अधूरी तैयारी से ऑन लाइन क्लास दी गई है।  फीस के अभाव में ऑन लाइन क्लास भी जिले के आधे से ज्यादा बच्चों को निजी स्कूलो द्वारा नही दी गई है।  अकेले उत्तर प्रदेश में ही लगभग 56%बच्चे ऐसे है जो संसाधनों के अभाव में ऑन लाइन क्लास से वंचित रह गए है।   निजी स्कूलों द्वारा इस कोरोना काल मे 50 % टीचर और स्टाफ को निकाला जा चुका है और जो मौजूदा स्टाफ है, उसको आधी या उससे भी कम वेतन दिया जा रहा है।  आखिर किस आधार पर निजी स्कूलों द्वारा अभिभावको से पूरी फीस मांगी जा रही है।  ऑन लाइन क्लास की पूरी फीस किसी भी दशा में ज्याज नही हो सकती है।  

जिलाधिकारी द्वारा जीपीए से पिछली मीटिंग के दौरान जिलाधिकारी द्वारा ऐसे बच्चों की व्यक्तिगत नाम सहित लिस्ट माँगी गई थी।  जिनकी निजी स्कूलों द्वारा ऑन लाइन क्लास बंद कर दी गई है और आश्वस्त किया था की शिकायत का स्वयं सज्ञान लेते हुये ऐसे निजी स्कूलों पर कड़ी कार्यवाई करेगे।  इस पत्र के माध्य्म से गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन ने ऐसे बच्चों की अभिभावको से प्राप्त शिकायत पत्र जिलाधिकारी को सोपा । 

 जिन बच्चों की ऑन लाइन क्लास निजी स्कूलो द्वारा बंद कर  दी गई है।  जीपीए ने उम्मीद जताई  है कि जिलाधिकारी शिकायत का तत्काल सज्ञान लेते हुये निजी स्कूलों पर कड़ी कार्यवाई करते हुये बच्चों की ऑन लाइन क्लास तत्काल प्रभाव से शरू कराएंगे।  

जीपीए की अध्य्क्ष सीमा त्यागी ने जिलाधिकारी से निवेदन किया  है की लगातार स्थिति गम्भीर होती जा रही है।  निजी स्कूलों और अभिभावको के बीच निरन्तर गतिरोध बढ़ता जा रहा है।  जो किसी भी समय विकराल आंदोलन का रूप ले सकता है।   अतःनिजी स्कूलों द्वारा दी जा रही ऑन लाइन क्लास के अनुसार जायज फीस निर्धारित की जाए जिससे कि निजी स्कूलों और अभिभावको के बीच गतिरोध समाप्त हो सके और बच्चों की शिक्षा सुचारू रूप से चल सके इस मौके पर विंभिन्न स्कूलो के अभिभावक शामिल हुए।