वैश्विक महामारी के दौरान बच्चों ने भी हर्षोल्हास से मनाया रक्षा बन्धन का त्यौहार

गाज़ियाबाद। कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान रविवार को खुले राखी और मिठाई बाजार से लोगों ने राहत महसूस की। बहनों ने राखियां खरीदीं तो मिठाई लेने वाले भी बाजार में नजर आए। अन्य दुकानों की बंदी होने के कारण लोगों ने जाम से राहत महसूस करते हुए जमकर खरीदारी की। जिसके बाद सोमवार को रक्षा बंधन का पर्व लोगों ने हर्षोल्हास से मनाया।                     


हालांकि, चल रही बंदी को देखते हुए लोगों ने पहले से ही अपनी जरूरत की खरीदारी कर ली थी। चीन की म्यूजिकल राखियां इस बार बाजार से गुम होती दिखीं। सूरत का देशी स्टोन हो या फिर कलावा और आर्टिकल राखियों का बाजार इस बार गर्म रहा। देशी उत्पादों ने बहनों का ध्यान इस ओर खींचा। यहियागंज समेत सभी प्रमुख बाजार में देशी राखियों का जोर रहा। चीन की इलेक्ट्रानिक राखियों को इस बार देशी राखियों ने चुनौती दी। कलावा और स्टोन राखियां लोगों की पसंद रहीं। म्यूजिकल, इलेक्ट्रानिक, जलने बुझने वाली घड़ी, टेडीवियर सरीखी चीनी राखियों को इस बार देशी राखियों के बाजार ने चुनौती दी और चीनी कारोबार सिमटता नजर आया।इस बार आसपास के जिलों से आने वाले छोटे दुकानदारों ने भी चीन के म्यूजिकल आइटम की ओर ध्यान नहीं दिया।