गाज़ियाबाद। आर डी सी स्थित एक रेस्तरां में एक प्रेस वार्ता में पत्रकारों को जानकारी देते हुए विष्णु प्रसाद ने कहा कि खसरा नं- 957957, 956, 954, 955, 1101, 1111, 1142ख, 1142, 731/1 में बीसौ साल से ये खसरा नं में काबिज चल रहा हूँ और चारो तरफ से बाउंड्री वाल किया हुआ था। अभी भी मौजूद है जो उस पर फसल सब्जी गौशाला के जरिये गाय के चारे के लिए लगा हुआ था।मेरे जीवन परिवार के साथ चल रहा था, कुछ सामाजिक तत्वों भूमाफियों की मेरी जमीन पर नजर पड़ी हुई है।उसी दिन से मेरे जमीन को हड़पने के लिए मुझे परेशान करना शुरू कर दिया है। मेरी फसल को खुर्द पुर्द करना शुरू कर दिया। गौशाला में 35 गइयाँ (गाय) थी। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भूमाफियाओं ने अपने लोगों से मेरे घर से बच्चों को ग़ायब कर दिया। बच्चों को छोड़ने के एवज में अपने नाम जमीन करने के लिए कहा जब बच्चे को छोड़ेंगे। विष्णु प्रसाद ने कहा कि मैंने बहुत विरोध किया उसके बाद मेरी ही पत्नी को डरा , धमका गन प्वाइंट में रख कर के मेरे खिलाफ एक झूटी F.I.R दर्ज कि गई जिमसें मुझे जेल जाना पड़ा। इसके बावजूद मेरी पत्नी को जबरन शारीरिक सामूहिक बलात्कार किया गया है। इस शारीरिक प्रताड़ना दी गई है। मै जेल में था कुछ कर नही पा रहा था मेरी पत्नी ने हाथ जोड़े मुझे छोड़ दो छोड़ने के एवज में जमीन अपने नाम करने की मांग रखी। इन जालिमो की सह नही पाई और मेरी बेटियों को वापस व मिलाने के एवज में केवल ओर केवल उनको जमीन चाहिए थी। दिनेश कुमार पुत्र नानक चंद मेरी बेटी के साथ छेड़छाड़ पोस्को एक्ट के तहत भी मुक़दमा दर्ज है। साथ मे फिडरल बैंक प्रीतम पुरा ब्रांच दिल्ली से मेरी पत्नी के एकाउंट से 1,82,200,000/- रुपया इन लोगों ने फर्जीवाड़ा के तहत निकाल दिया तथा जबरन रजिस्ट्री 18.60 बीघा की कराई वो रजिस्ट्री में फर्जी चेक़ चढाई गयी है और जबरदस्ती उस नकली रजिस्ट्री कराई गई द्वारा मेरे फसल को खुर्द पुर्द करके प्लाट काट दिये गये।उन्होंने आरोप लगाया कि इन लोगों के साथ पटवारी, तहसीलदार लोनी थानेदार टीला मोड़ चौकी फरूखनगर सब गुंडो बलात्कारी के साथ मिले हुए है। और कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
मैंने पूर्व में प्रधानमंत्री , मुख्यमंत्री उ.प्र. सरकार , ग्रहमंत्री को पत्र लिखा और उसमें आदेश हुई तत्काल कार्यवाही करने की परंतु अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। अपनी विवसता जाहिर करते हुए विष्णु प्रसाद ने कहा कि अब केवल दोनो बेटी एक बेटा मेरी पत्नी और मैं आत्म हत्या के सिवा कुछ नहीं बचा क्योंकि मुझे प्रशासन से न्याय मिलने की उम्मीद उठ चुकी है। और बेनामी भूमाफ़िया कांग्रेस पार्टी का बताते हुये फर्जी शपथ पत्र बनवाकर मोहन कुमार पुत्र सतपाल जमीन को बिक्री कर रहा है जो कि वैध नहीं। भूमाफियाओं के खिलाफ अन्य थानों में मुकदमें दर्ज हैं।
भूमाफियाओं से पीड़ित परिवार ने सुनाई पत्रकारों को अपनी व्यथा, शासन, प्रशासन पर लगाए आरोप