7 वी बेनाम अस्थि कलश  सनातन धर्म पद्धति विसर्जन यात्रा 14 सितम्बर से

गाजियाबाद। हिंदी कश्मीरी संगम अध्यक्ष डॉ बीना बुदकी ने जानकारी देते हुए बताया कि  हिंदी कश्मीरी संगम द्वारा जम्मू कश्मीर,चंडीगढ़,गाजियाबाद, अहमदाबाद तथा मुंबई  के शमशान घाटों से लाकर  बेनाम अस्थि कलश  हरिद्वार के लिए 14 सितम्बर 2020 को यात्रा  रवाना होगी। ( मुम्बई - दिल्ली राजधानी ट्रेन द्वारा )  सूरत, वडोदरा स्टेशन पर  हुतात्माओ को पुष्पांजलि देने हेतु लोग स्टेशन पर आयेगे ।15 सितंबर 2020 को    बेनाम अस्थि कलश नई दिल्ली   पहुंचेगी और उदासीन बाबा  मठ के आश्रम (नई दिल्ली स्टेशन के बाहर अजमेरी  गेट)पर जायेगे । जहां पर पुष्पांजलि देने हेतु लोग आयेगे। वहा से बस द्वारा  हरिद्वार के लिए  प्रस्थान करेंगे ।  रास्ते मै पुष्पांजलि हेतु एवम् यात्रियों को भोजन ,चाय हेतु  यात्रा रुकेगी ।उसके बाद  सीधे हरिद्वार  निर्धारित   ठहरने के  स्थान पर पहुंचेगी ।  इस पुण्य कार्य मै हमारे सहयोगी  जम्मू कश्मीर से शालिनी पंडित एवम् गगन सिंह लंगह ,चंडीगढ़ से इंस्पेक्टर श्याम लाल जी,अहमदाबाद से  श्री इंद्रजीत सिंह जी, गाजियाबाद से सुश्री नमिता भल्ला जी ,मुंबई से  श्री उमेश गिरि जी,दुबई से कृष्णा दुरानी जी  है। जो पूरे साल अपना कार्य निस्वार्थ करते रहते है। इस वर्ष कोरॉना महामारी के कारण विदेशो से लेने नहीं जा सके । अभी तक, हम धर्म यात्रा संघ के अध्यक्ष सुनील जी के भी आभारी है  और हरिद्वार के वकील  भाई अशोक कुमार जी की आभारी हूं  ।धन्यवाद छोटा सा शब्द है पर  हिंदी कश्मीरी संगम  नत मस्तक है।  सिंगापुर,दुबई ,काठमांडू,से पिछले वर्ष  अस्थियों को  मै स्वयं लाई थी  ।16 सितम्बर को  8 बजे  यात्रा सती घाट के लिए रवाना होगी और वहां पर देश भर के सभी आदरणीय  सम्मानित  संत  और गणमान्य व्यक्ति आयेगे । जो  सनातन हिन्दू धर्म मै अस्थि विसर्जन पर अपने विचार  व्यक्त करेगे। 1 बजे विशिष्ठ अथिति द्वारा  पूजा अर्चना करके पुष्प तथा दूध सभी अस्थियों पर डालकर तथा यात्रा मै आए सभी सती घाट पर अस्थियों  का विसर्जन सनातन हिन्दू पद्धति द्वारा उच्चारण के साथ करेंगे।
विसर्जन के बाद वहीं  पर यात्री गण स्नान करेंगे।  वहीं पर भोजन की व्यवस्था भी होगी ।सभी आए  व्यक्ति भोजन करेगे ।  जो लोग पितरों के नाम तर्पण करना चाहते है वह वहीं घाट पर तर्पण भी करेगे ।
 वहा से वापस  ठहरने के स्थान पर  आयेगे । 15 सितम्बर 2020 से  17  सितम्बर 2020 प्रात  8 बजे तक सबके ठहरने और भोजन की व्यवस्था रहेगी ।