महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी की सुरक्षा के लिए गाज़ियाबाद के जनप्रतिनिधियों के द्वार खटखटा रहे हैं उनके शिष्य

गाज़ियाबाद। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर जाने में असफल हो चुके यति सन्यासी हार मानने क़ो तैयार नहीं है। आज शिवशक्ति धाम डासना में यति सन्यासियो ने गाज़ियाबाद के जनप्रतिनिधियों से मिलकर उनसे अपने गुरु के लिए जेड प्लस सुरक्षा के लिए केंद्रीय गृहमंत्री से बात करने का अनुरोध किया।यति सन्यासियो ने जनप्रतिनिधियों क़ो लिखित ज्ञापन भी सौपा।इन यति सन्यासियो में यति रामस्वरूपानंद जी महाराज, यति निर्भयानन्द जी महाराज, यति रणसिन्हानंद जी महाराज सहित अन्य सन्यासी भी हैं।

केंद्रीय मंत्री जनरल वी के सिंह जी की अनुपस्थिति में उनके कार्यालय में ज्ञापन दिया गया। इसके अतिरिक्त यति सन्यासी गाज़ियाबाद विधायक अतुल गर्ग जी, साहिबाबाद विधायक सुनील शर्मा जी, मुरादनगर विधायक अजीतपाल त्यागी जी से मिले और उनक़ो हस्तलिखित ज्ञापन दिया।

यति सन्यासियो ने केंद्रीय मंत्री जनरल वी के सिंह क़ो लिख कर दिया है की अगर अगले दस दिनों में केंद्रीय सरकार इस पर कोई ठोस निर्णय नहीं लेती तो भारतवर्ष के सभी यति सन्यासी जनरल वी के सिंह जी के आवास पर आमरण अनशन करके प्राणदान करेंगे।

इस विषय में यति रामस्वरूपानंद जी महाराज का कहना है की केवल वैचारिक मतभेद होने के कारण केंद्र और राज्य की सरकारे एक प्रतिष्ठित संत क़ो इस्लामिक जिहादियों के हाथो कत्ल नहीं करवा सकती। अगर ऐसा हुआ तो इसके बहुत गंभीर परिणाम होंगे।

यति रणसिन्हानंद जी महाराज का कहना है की कल सभी यति सन्यासी जिलाधिकारी से मिलकर उन्हें आमरण अनशन का नोटिस देंगे ताकि सरकार और प्रशासन कोई बहाना बना कर उनके लोकतान्त्रिक अधिकार क़ो छीन ना सके।

यति निर्भयानन्द जी महाराज का कहना है की एक सन्यासी के लिए उनके गुरु के सम्मान से अधिक कुछ भी नहीं है। सरकार यदि हठधार्मिता दिखाती है तो यति सन्यासी अपनी पूर्ण शक्ति से प्रतिकार करेंगे। यति सन्यासियो का संघर्ष सारी दुनिया देखेगी।