भगवान के भजन से ही मन को शांति मिलेगी - दीपांजलि बाई जी

गाज़ियाबाद। स्थानीय खैराती नगर,बाई पास विजय नगर में मानव उत्थान सेवा समिति के तत्वावधान में एक सत्संग समारोह में अपने विचार रखते हुए आध्यात्मिक गुरु व सुविख्यात समाजसेवी श्री सतपाल जी महाराज की आत्मानुभवि शिष्या पूज्य महात्मा दीपांजलि बाई जी ने कहा कि आज मनुष्य संसार में अपार कस्ट में अपना जीवन जी रहा है।जिसके कारण उसका मन अशांत है। उन्होंने कहा कि हमारे संतो ,ज्ञानियों ने मन की शांति के लिए भगवान का भजन करने का संदेश दिया है।जब मनुष्य समय के महापुरुष की शरण में जाकर आत्मज्ञान की दीक्षा लेकर भगवान का भजन करता है तो मन शांत भी होता है तथा मनुष्य जीवन के लक्ष्य की प्राप्ति भी हो जाती है। उन्होंने कहा कि जब मनुष्य सत्संग सुनता है तब धीरे धीरे उसे आध्यात्मिक रहष्य प्रगट होने लगता है, परमात्मा से मिलने का साधन केवल सत्संग ही है।सत्संग ही माध्यम है गुरु मिलन का,गुरु ही माध्यम ज्ञान का,ज्ञान ही माध्यम परमात्मा की अनुभूति का।

सत्संग से पूर्व पूज्य बाई जी का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। सत्संग कार्यक्रम में मानव सेवा दल के श्री राम नरेश जी,रामचरण जी,ग्रीशचंद जी,पोपसिंह जी, कांता प्रसाद जी,रामवती जी,उर्मिला जी,रामश्री जी,राज कुमारी जी आदि का सहयोग रहा।