बागपत, विवेक जैन। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस बार 20 जून को फादर्स-डे मनाया जायेगा। हर वर्ष जून महीने के तीसरे रविवार को यह दिवस मनाया जाता है। जनपद बागपत के वार्ड नम्बर 7 से नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्य और प्रसिद्ध समाजसेविका रीता मलिक धर्मपत्नी जितेन्द्र मलिक बताती है कि यह दिन पिता के लिये सबसे बड़े सम्मान के दिन के रूप में जाना जाता है। पिता अपनी खुशियों का बलिदान देकर अपने बच्चों और परिवार की खुशियों का ध्यान रखते है। पिता अपने परिवार के लिए रोज कार्य करते है। वह जो भी कमाते है उसे परिवार के सुख के लिये लगा देते है। वे ये कभी नही दर्शाते है कि अपने बच्चों के लिये पूरा दिन क्या-क्या परेशानियां झेलते है। एक परिवार में जितनी महत्वपूर्ण माता होती है उतने ही महत्वूपर्ण पिता भी होते है। माता का प्यार सभी को दिखायी देता है, लेकिन पिता का प्यार दिखायी नही देता जबकि वह बच्चों को माता से भी ज्यादा प्यार करते है। कहा कि परिवार के प्रति पिता के प्रेम को शब्दों में बयां नही किया जा सकता। पिता के प्यार की कोई सीमा नही होती। कहते है बेटियां अपने पिता के बहुत करीब होती है। पिता के लिए उसकी बेटी हमेशा एक राजकुमारी होती है। यह दिन बच्चों को पिता के प्रति अपना प्यार और देखभाल दिखाने का अवसर प्रदान करता है। उन्होने सभी से आग्रह किया वे अपने माता-पिता का पूरा सम्मान करें। उनके साथ फादर्स डे या मदर्स डे पर ही नही जब भी समय मिले कुछ समय जरूर बिताये। सभी का जीवन काफी व्यस्त हो चुका है हर किसी को दुकान पर जाना है, नौकरी पर जाना है और यह परिवार के जीवनयापन के लिए जरूरी भी है। इस सबके बावजूद अपने माता-पिता के लिये हम एक दिन का अवकाश तो ले ही सकते है।
फादर्स डे पर पिता के साथ बिताये समय - रीता मलिक