शर्तों के साथ वार्ता नहीं , डटे रहेंगे बॉर्डर पर , किसान बुराड़ी मैदान नहीं जायेंगे -  चौ० राकेश टिकैत

गाज़ियाबाद। यूपी बॉर्डर से भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ० राकेश टिकैत ने एक बयान जारी करते हुए बताया तथा किसान भाईयों को सम्बोधित करते हुए कहा कि लगता है सरकार किसानों को हलके में ले रही है।


उन्होंने कहा कि किसानों के प्रति गृहमंत्री अमित शाह का बयान निराशाजनक है कि पहले किसान बुराड़ी आये तो वार्ता होगी।


किसान इस शर्त पर वार्ता के लिये तैयार नहीं है , इसके मद्देनजर सभी बॉर्डरों पर जमा किसानों ने फैसला लिया है कि सरकार को बात करनी है तो यहीं से वार्ता हो सकती है , सरकार इस विषय को अहम मुद्दा ना बनाये।


सरकार अगर इन तीनों बिलों को वापिस करने तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य की लिखित गारण्टी दिए जाने का फैसला करती है तो हम बॉर्डर से ही वापिस चले जायेंगे अन्यथा किसान सड़कों पर है उत्तराखण्ड और उत्तर प्रदेश से ओर भी किसान कूच कर चुके हैं।

प्रावधाननुसार किसान केवल जन्तर मन्तर रामलीला मैदान या प्रगति मैदान जाकर शाँति पूर्ण आँदोलन करना चाहते हैं। यह उनका संवैधानिक अधिकार है। इस सम्बन्ध में सरकार अगर जल्दी फैसला नहीं करती है तो गाजीपुर यूपी बॉर्डर के साथ लोनी बार्डर को भी जाम करके आँदोलन को तेज करने का काम करेगी।


हाल ही में प्रदूषण को लेकर जो अध्यादेश लाया गया है उसको भी सरकार तुरन्त वापिस ले।


राष्ट्रीय प्रेस प्रभारी शमशेर राणा एवं धर्मेन्द्र मलिक ने बताया कि आज भीम आर्मी और गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन ने पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने आँदोलन का फैसला होने तक भारी तादाद में समर्थन दिया।


राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष चौ० गौरव टिकैत , ओमपाल मलिक , धीरज लाटियान , संजय चौधरी , विजय शास्त्री , गुड्डू प्रधान , कैप्टन बिशन सिंह सिरोही , मनोज मावी , माँगेराम त्यागी आदि के साथ हजारों किसान यूपी बॉर्डर पर डटे रहे।